जीवानंद
जगदलपुर। शहर की संगीत संस्था “तारीखों के आईने में” द्वारा सनातन संस्कृति एवं संस्कारों को जीवंत बनाए रखने के उद्देश्य से 9 नवम्बर 2025 को स्थानीय लक्ष्मी नारायण मंदिर प्रांगण में वन भोज कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर शहर के अनेक लोकप्रिय गायक-गायिकाओं ने अपनी प्रस्तुतियों से कार्यक्रम को जीवंत कर दिया। आयोजन के दौरान संस्था प्रमुख श्री अभय सामदेकर ने सभी सदस्यों को पर्यावरण संरक्षण एवं वृक्षारोपण का संकल्प दिलाते हुए कहा कि —
“प्रकृति का जो ऋण हम सब पर है, उसे समय-समय पर चुकाने का प्रयास करना चाहिए। सनातन के प्रत्येक पर्व पर कम से कम एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए और उसकी देखभाल कर उसे वृक्ष बनते हुए देखना ही सच्ची सेवा है।”
उन्होंने आगे कहा कि फलदार वृक्ष लगाना आने वाली पीढ़ियों को प्रकृति की सौगात देने जैसा है।
आयोजन की संयोजिका श्रीमती आभा सामदेकर ने बताया कि वे पिछले पाँच वर्षों से इस प्रकार के आयोजन निरंतर करती आ रही हैं, और अब चाहती हैं कि ऐसे आयोजन हर घर तक पहुँचें ताकि लोगों में पर्यावरण और प्रकृति के प्रति जागरूकता बढ़े।
इस अवसर पर शहर के लोकप्रिय गायक-गायिकाओं डा. ज्योति लागू, आभा सामदेकर, संजीव शील, संगीता शील, प्रभा देशपांडे, आदित्य मोघे, देविका मोघे, स्नेहलता, सुचिता मोघे, बॉबी वर्मा, प्रवीण द्विवेदी, संगीता सिंह, जी. सांई, जी. शोभा रानी, ओंकार सांई, रानू नाग, गौरी दत्ता, रिंकू दत्ता, आस्था, आयुषी, सिमरन सहित कई संगीतप्रेमी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में लक्ष्मी नारायण मंदिर के पुजारी चंदन जी एवं संजीव पचौरी विशेष रूप से उपस्थित थे
