बांदे.....धान खरीदी को लेकर फंड मुंशी बनने के लिए .हमेशा की तरह सुर्खियों में रहा पखांजूर बांदे फिर एकबार सुर्खियों में है जो अब जन चर्चा का विषय बन गया फंड मुंशी बनने या बनाए जाने को लेकर स्थानीय जन प्रतिनिधि के द्वारा पार्टी के नाम पर मोटी रकम लेने का लोगो में चर्चा है वहीं बीते कई वर्षों से फंड मुंशी बन कर सरकार को चुना लगाने वाले को स्थानीय जनप्रतिनिधि के द्वारा लंबी जैक लगाकर दुबारा फंड मुंशी बनाए जाने पर लोगो में खासा नाराजगी देखा जा रहा है .....दरअसल मामला तब उजागर हुआ जब बांदे लैंप्स में लंबे समय से जमे लैंप्स प्रबंधक अधीर के द्वारा पीवी 84 धान उपार्जन केंद्र के सह प्रभारी गोलक बैरागी को नियुक्ति पत्र देने में आना कानी कर काम को टालते रहे
पूरा मामला क्या है
बीतेदीनो बांदे लैंप्स के अंतर्गत धान उपार्जन केंद्र की प्रभारी नियुक्ति के लिए समिति बोर्ड की बैठक हुई जिसमें प्राधिकृत अधिकारी ने पीवी 84 के लिए धन उपार्जन केंद्र के लिए चन्दन चक्रवर्ती का नाम प्रभारी एवं गोलक बैरागी का नाम सह प्रभारी के नाम से प्रस्ताव पास कर नियुक्ति किया गया.....ऐसे में स्थानीय युवकों को रोजगार न मिलने से प्रभारी बनाए गए चन्दन चक्रवर्ती के खिलाफ आर्थिक अनियमितता का आरोप लगाते हुए सहकारिता उपायुक्त के समक्ष शिकायत की...सहकारिता उपायुक्त ने प्रभारी चन्दन के विरुद्ध जांच के लिए शाखा प्रबंधक बांदे को 3दिवस के भीतर जांच के लिए आदेश जारी की....चुकी जांच गंभीर आर्थिक अनियमितता की है जिसे देखते हुए शाखा प्रबंधक ने जांच निष्पक्ष व पारदर्शिता के साथ हो इसके लिए आरोप लगे वर्तमान प्रभारी चन्दन चक्रवर्ती को जांच अवधि तक खरीदी प्रभारी से पृथक रहते हुए सह प्रभारी के द्वारा धान खरीदी करने का निर्देश देते हुए जांच प्रारंभ की .....लेकिन आरोप लगे चन्दन चक्रवर्ती ने शाखा प्रबंधक की आदेश का कोई महत्व नहीं दी और जबरन खरीदी केंद्र में खरीदी करते रहे
सह प्रभारी भटकते रहे
ऐसे में सह प्रभारी शाखा प्रबंधक की आदेश को लेकर भटकते नजर आए अंत में लैंप्स प्रबंधक बांदे के पास जाकर नियुक्ति के लिए कहा.....लेकिन प्रबंध प्रबंधक की तेवर ही कुछ और था ....गोलक ने बताया कि प्रबंधक ने यह तक कह दिया कि डीआर कौन है उन्हें हमसे बात करने बोलो मैं इस आदेश को नहीं मानता....फिर भी गोलक बैरागी ने डीआर से फोन से बात भी कराया डीआर ने निर्देश भी दी नियुक्ति पत्र टाइप भी करने लगा....अचानक ऑफिस बंद कर चला गया
कौन है बांदे का प्रबंधक
अधीर नाम के एक व्यक्ति जो वर्तमान बांदे लैंप्स का प्रभारी प्रबंधक है दरअसल इनका मूल पद छोटे बेटियां समिति में पदस्थ है हाल ही में सैकड़ों की संख्या में किसानों ने अधीर के खिलाफ शिकायत को लेकर राजधानी तक गया था जो लंबित है
अब लोग क्या चाहते है......
चौक चौराहे पर एक चर्चा है कि जो प्रबंधक अपनी वरिष्ठ अधिकारी का आदेश नहीं मानता वो आम जनता की क्या सुनेगी.....तत्काल उन्हें अपनी मूल पद के स्थान पर भेज देना चाहिए....लोगो का ये भी कहना है... धान खरीदी के दौरान किया गया खर्च की बिल बाउचर को जांच करेगी तो बड़ा खुलासा हो सकता
