कलेक्टर निलेश क्षीरसागर ने जिला कार्यालय में प्रेस वार्ता आयोजित कर राज्य शासन की शिक्षा नीति 'युक्तियुक्तकरण' के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस नीति का उद्देश्य ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों के स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करना है, जिससे सभी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके।
*युक्तियुक्तकरण के प्रमुख उद्देश्य:*
- *शिक्षकविहीन स्कूलों में शिक्षकों की उपलब्धता*: एकल-शिक्षकीय विद्यालयों में शिक्षकों की व्यवस्था करना।
- *संसाधनों का समुचित उपयोग*: एक ही परिसर में संचालित स्कूलों का समायोजन करना।
- *विषय-विशेषज्ञ शिक्षक*: सभी विद्यार्थियों को विषय-विशेषज्ञ शिक्षक उपलब्ध कराना।
- *बेहतर शैक्षणिक वातावरण*: स्कूलों को सुरक्षित और बेहतर भवनों में स्थानांतरित करना।
*कांकेर जिले में युक्तियुक्तकरण की स्थिति:*
- *प्राथमिक स्तर पर छात्र-शिक्षक अनुपात*: 21.84
- *पूर्व माध्यमिक स्तर पर छात्र-शिक्षक अनुपात*: 26.2
- *अतिशेष शिक्षक*: प्राथमिक स्तर पर 168 और पूर्व माध्यमिक स्तर पर 257 शिक्षक
*कलेक्टर की अपील:*
- *छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो*: जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग सुनिश्चित करेंगे कि इस प्रक्रिया से किसी भी छात्र की पढ़ाई प्रभावित न हो।
- *बेहतर शैक्षणिक वातावरण*: छात्रों को और बेहतर शैक्षणिक वातावरण प्रदान करने का प्रयास किया जाएगा। ¹
